जब भी पैसों को निवेश करने की बात आती है, तो ज्यादातर लोगों के दिमाग में बैंक एफडी का ही ख्याल आता है. बैंक एफडी के अलावा लोग सोने में भी अपने पैसों को निवेश करना काफी पसंद करते हैं. इसका सबसे बड़ा कारण इन जगहों पर पैसों की सुरक्षा है. बैंक एफडी और सोने में निवेश करने से पैसों के खो जाने का कोई भी डर नहीं होता है लेकिन क्या अभी भी लोग पैसों का निवेश इन्हीं जगहों पर कर रहे हैं? आइए जानते हैं.
बैंक एफडी में कम निवेश कर रहे लोगभारतीय रिजर्व बैंक यानी RBI ने हाल ही में आंकड़े जारी किए हैं, जो बताते हैं कि अब लोग बैंक एफडी से ज्यादा म्यूचुअल फंड और शेयर बाजार में अपने पैसों को निवेश करना पसंद कर रहे हैं. बैंक एफडी के मुकाबले म्यूचुअल फंड और शेयर बाजार में ज्यादा रिटर्न मिलता है. हालांकि, म्यूचुअल फंड और शेयर बाजार में पैसों के खो जाने का भी रिस्क होता है.
RBI के आंकड़ों के अनुसार, साल 2020 तक लोगों की एफडी और आरडी में निवेश करने की हिस्सेदारी 50.54 प्रतिशत थी. वहीं वित्त वर्ष 2025 में यह हिस्सेदारी घटकर 45.77 प्रतिशत हो गई है. सेविंग अकाउंट में निवेश की बात करें तो पिछले 5 सालों में सेविंग अकाउंट में लोगों की निवेश की हिस्सेदारी 77 प्रतिशत पर स्थिर रही है.
म्यूचुअल फंड में निवेश कर रहे लोगअप्रैल 2025 तक 23 करोड़ म्यूचुअल फंड अकाउंट्स में से 91 प्रतिशत म्यूचुअल फंड अकाउंट्स निवेशकों के थे. वहीं मई 2021 तक यह आंकड़ा 10 करोड़ से थोड़ा ही ज्यादा था. इसके अलावा म्यूचुअल फंड में निवेश की गई रकम में भी इजाफा हो रहा है. पहले जो रकम साल 2020 तक 22.26 ट्रिलियन थी, वह अब 69.50 ट्रिलियन हो गई है. रिपोर्ट्स के अनुसार, साल 2019 में रिस्क वाले निवेश जैसे म्यूचुअल फंड में निवेश करने वालों की संख्या 15.7 प्रतिशत थी. यह संख्या साल 2022 तक 17.8 प्रतिशत हो गई.
बैंक एफडी में कम निवेश कर रहे लोगभारतीय रिजर्व बैंक यानी RBI ने हाल ही में आंकड़े जारी किए हैं, जो बताते हैं कि अब लोग बैंक एफडी से ज्यादा म्यूचुअल फंड और शेयर बाजार में अपने पैसों को निवेश करना पसंद कर रहे हैं. बैंक एफडी के मुकाबले म्यूचुअल फंड और शेयर बाजार में ज्यादा रिटर्न मिलता है. हालांकि, म्यूचुअल फंड और शेयर बाजार में पैसों के खो जाने का भी रिस्क होता है.
RBI के आंकड़ों के अनुसार, साल 2020 तक लोगों की एफडी और आरडी में निवेश करने की हिस्सेदारी 50.54 प्रतिशत थी. वहीं वित्त वर्ष 2025 में यह हिस्सेदारी घटकर 45.77 प्रतिशत हो गई है. सेविंग अकाउंट में निवेश की बात करें तो पिछले 5 सालों में सेविंग अकाउंट में लोगों की निवेश की हिस्सेदारी 77 प्रतिशत पर स्थिर रही है.
म्यूचुअल फंड में निवेश कर रहे लोगअप्रैल 2025 तक 23 करोड़ म्यूचुअल फंड अकाउंट्स में से 91 प्रतिशत म्यूचुअल फंड अकाउंट्स निवेशकों के थे. वहीं मई 2021 तक यह आंकड़ा 10 करोड़ से थोड़ा ही ज्यादा था. इसके अलावा म्यूचुअल फंड में निवेश की गई रकम में भी इजाफा हो रहा है. पहले जो रकम साल 2020 तक 22.26 ट्रिलियन थी, वह अब 69.50 ट्रिलियन हो गई है. रिपोर्ट्स के अनुसार, साल 2019 में रिस्क वाले निवेश जैसे म्यूचुअल फंड में निवेश करने वालों की संख्या 15.7 प्रतिशत थी. यह संख्या साल 2022 तक 17.8 प्रतिशत हो गई.
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