आईएएनएस को दिए साक्षात्कार में हरभजन सिंह ने कहा, "मुझे लगता है कि खेलों (एथलेटिक्स) में अभी भी बहुत कुछ किया जा सकता है। बस हमारी जनसंख्या को देखें और फिर उसकी तुलना पदक तालिका से करें। मेरा मानना है कि इन आंकड़ों में काफी सुधार हो सकता है। एक समय ऐसा आएगा जब खेल अधिकारियों और सरकार की जिम्मेदारी होगी कि वे खेलों को और भी बढ़ावा दें।"
उन्होंने कहा, "मुझे पता है कि कोशिशें जारी हैं और हर कोई अपनी भूमिका निभा रहा है, लेकिन अगर ये कोशिशें बढ़ें, तो यह और भी बेहतर होगा। गांवों में कई प्रतिभाशाली बच्चे हैं। अगर उन्हें सही मंच मिले, तो संभावनाओं का दायरा बहुत बड़ा है। हम बहुत कुछ कर सकते हैं। जब भी कोई एथलीट जीतता है, हम सभी को गर्व होता है। हम किसी भी ऐसे खेल में योगदान देने के लिए तैयार हैं जिसे समर्थन की जरूरत हो।"
आईएएनएस को दिए साक्षात्कार में हरभजन सिंह ने कहा, "मुझे लगता है कि खेलों (एथलेटिक्स) में अभी भी बहुत कुछ किया जा सकता है। बस हमारी जनसंख्या को देखें और फिर उसकी तुलना पदक तालिका से करें। मेरा मानना है कि इन आंकड़ों में काफी सुधार हो सकता है। एक समय ऐसा आएगा जब खेल अधिकारियों और सरकार की जिम्मेदारी होगी कि वे खेलों को और भी बढ़ावा दें।"
Also Read: LIVE Cricket Scoreभारत में पिछले कुछ वर्षों में एथलेटिक्स में प्रगति देखने को मिली है। भारतीय दल एशियन गेम्स, कॉमनवेल्थ गेम्स और ओलंपिक में पहले से बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। हालांकि, हम अब भी अपनी क्षमता के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों में मुक्केबाजी, कुश्ती, बैडमिंटन, और जैवलिन जैसे खेलों में प्रगति देखने को मिली है, लेकिन अब भी ऐसे अनेक खेल हैं जिनमें बड़ा सुधार और निवेश जरूरी है ताकि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खिलाड़ियों के प्रदर्शन में सुधार हो।
Article Source: IANSYou may also like
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