जयपुर पुलिस ने त्योहारी सीजन में सुरक्षा व्यवस्था को और पुख्ता करने के लिए एक नई पहल शुरू की है। राजधानी में पहली बार ड्रोन गश्त शुरू की गई है। इस योजना के तहत, कमिश्नरेट क्षेत्र में पाँच टीमें तैनात की गई हैं, जो प्रतिदिन शाम 7 बजे से रात 11 बजे तक भीड़भाड़ वाले इलाकों और निर्धारित मार्गों पर निगरानी रखेंगी। पहले दिन एमआई रोड, दूसरे दिन गोपालपुरा बाईपास और तीसरे दिन गांधी नगर मोड़ से गांधी नगर रेलवे स्टेशन तक टोंक रोड पर गश्त की गई।
ड्रोन गश्त के लिए पाँच टीमें गठित
ड्रोन गश्त के लिए कुल पाँच टीमें गठित की गई हैं। जयपुर पुलिस के पास दो प्रकार के ड्रोन हैं: एक जो ऊँचाई पर उड़ते हैं और दूसरा जो लंबी दूरी तक निगरानी प्रदान करते हैं। यदि कोई संदिग्ध गतिविधि होती है, तो एक छोटा ड्रोन घटनास्थल पर जाकर उसका आकलन करता है। पहले चरण में एमआई रोड, दूसरे दिन गोपालपुरा बाईपास और तीसरे दिन गांधी नगर मोड़ से गांधी नगर रेलवे स्टेशन तक टोंक रोड पर गश्त की गई।
सुरक्षा बढ़ाने और अपराध रोकने की नई पहल
त्योहारों के मौसम को देखते हुए ड्रोन गश्त की जा रही है। यह गश्त चुनिंदा इलाकों और बाज़ारों में की जा रही है। इससे भीड़-भाड़ वाले इलाकों पर नज़र रखी जाएगी ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि को रोका जा सके। स्नैचिंग और ट्रैफिक जाम पर विशेष ध्यान दिया जाएगा और सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।
लैपटॉप के ज़रिए संदिग्ध गतिविधियों पर तुरंत नज़र
लैपटॉप के ज़रिए लाइव ड्रोन रिकॉर्डिंग देखी जाएगी। अगर कोई संदिग्ध गतिविधि दिखाई देती है, तो कंट्रोल रूम के ज़रिए तुरंत SHO या चेतन को सूचना भेजकर कार्रवाई की जाएगी। पहले चरण में पाँच टीमें गश्त करेंगी।
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