झालावाड़ न्यूज़ डेस्क, राजस्थान के झालावाड़ जिले में रिश्तों को शर्मसार करने वाली एक भयावह घटना सामने आई है। रटलाई थाना पुलिस ने एक परिवार में दामाद की कारस्तानी खोलने के लिए पूरे दो साल लिए, 18 गवाहों को कोर्ट में पेश किया और उसके बाद कोर्ट ने दामाद को 20 साल की सजा सुनाई है। मामला बेहद ही हैरान करने वाला है।
रक्षाबंधन पर ससुराल पहुंचे दामाद की पूरे घर ने की थी खूब आवभगत
दरअसल यह पूरा घटनाक्रम करीब तीन साल पहले जुलाई 2021 का है। 17 साल की किशोरी की शादी इस घटना से कुछ दिन पहले ही हुई थी। वह पहली बार अपने पति के साथ रक्षाबंधन के मौके पर अपने ससुराल आई थी। वहां पर अपने पति के साथ कमरे में बैठी थी। इसी दौरान परिवार का दामाद वहां आया। दामाद यानी जीजा का स्वागत करने के लिए साला बाहर आया और उसके साथ उसकी पत्नी भी बाहर आई। दोनो ने जीजा के पैर छुऐ और उसके बाद साले और सास ने अपने दामाद की आवभगत की।
साले की नाबालिग पत्नी को घर में अकेली पाकर किया घिनौना काम
कुछ देर के बाद किसी काम से साला और सास घर से बाहर गांव में चले गए। उनको आने में कुछ समय लगा। इस दौरान दामाद ने अपने साले की ही नाबालिग पत्नी को रेप किया और उसे मारने की धमकियां दी। जब तक साला और साल आते तब तक दामाद अपने ही साले की पत्नी को भगा ले गया। दो महीनों तक अलग-अलग जगहों पर ले जाकर रेप किया और उसके बाद दोनो पकड़ लिए गए। बहू के ससुर ने इस मामले में अपने ही दामाद के खिलाफ केस दर्ज कराया।
3 साल की सुनवाई, 18 गवाहों की गवाही के बाद हुई सजा
तीन साल के दौरान परिवार और कस्बे के 18 लोगों के गवाह कराए गए और बयान दर्ज किए गए। किशोरी नाबालिग थी इस कारण से पोक्सो एक्ट समेत अन्य मामलों में केस दर्ज किया गया। तीन साल तक कई बार कोर्ट पेशी और ट्रायल चले। अब जाकर इस मामले में फैसला आया है। पुलिस ने आरोपी दामाद को 20 साल की सजा और 48 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया है।
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