अंतरिक्ष मिशन एक्सिओम-4 का संचालन कर रहे भारतीय अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु का पहला वीडियो सामने आया है। उन्होंने पहले कहा- अंतरिक्ष से नमस्कार और फिर वहां के अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा कि मैं अपने साथी अंतरिक्ष यात्रियों के साथ यहां आकर रोमांचित हूं। खिलौना हंस के साथ उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति में हंस को ज्ञान का प्रतीक माना जाता है। 4 क्रू मेंबर्स के साथ अपने अंतरिक्ष मिशन एक्सिओम-4 के साथ उनका कारवां इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन की ओर बढ़ रहा है। उनका अंतरिक्ष यान आज शाम करीब 4:30 बजे इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर डॉक करेगा। इससे पहले उन्होंने नासा के वैज्ञानिकों से लाइव बातचीत की।
शुभांशु ने कहा- हम सभी उत्साहित हैं
उन्होंने कहा, "अंतरिक्ष से जो नजारा हमने देखा है, उसे हम कभी नहीं भूल सकते। इस यात्रा में कई लोगों का योगदान रहा है, इस यात्रा के दौरान हमने बहुत कुछ सीखा है। हम बस स्पेस स्टेशन पहुंचने का इंतजार कर रहे हैं और हम सभी बहुत उत्साहित हैं।"
अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुंचने वाले पहले भारतीय
शुभांशु शुक्ला और तीन अन्य अंतरिक्ष यात्रियों का एक्सिओम-4 मिशन स्पेसएक्स के ड्रैगन अंतरिक्ष यान पर भेजा गया है। इन्हें स्पेसएक्स के फाल्कन 9 रॉकेट से लॉन्च किया गया। करीब 28 घंटे की यात्रा के बाद आज (26 जून) शाम 4:30 बजे जब अंतरिक्ष यान अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर डॉक करेगा, तो एक और रिकॉर्ड बनेगा। इतिहास में यह पहली बार होगा जब कोई भारतीय अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुंचेगा।
"मेरे साथ गर्व महसूस कर रहा हूं"
इससे पहले उन्होंने कहा था कि मैं बहुत गर्व महसूस कर रहा हूं। मेरे कंधे पर तिरंगा बता रहा था कि सभी देशवासी मेरे साथ हैं। यह भारत की मानव अंतरिक्ष उड़ान के लिए एक बड़ा कदम है। आप सभी मेरे साथ गर्व महसूस कर रहे हैं। आप भी मेरे माध्यम से इस यात्रा का आनंद लें। शुभांशु ने ड्रैगन कैप्सूल से अंतरिक्ष स्टेशन जाते समय ये बातें कहीं।
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