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गुजरात भेजी जा रही थी अवैध शराब! बांसवाड़ा पुलिस ने ट्रक से बरामद किए 292 कार्टन, 2 तस्करों समेत लाखों का माल बरामद

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उदयपुर रोड स्थित निचली मोरडी गांव में पुलिस ने शराब तस्करों का जुगाड़ पकड़ा है। पुलिस से बचने के लिए तस्करों ने डंपर में प्लाइवुड लगाकर उसे दो भागों में बांटकर ऊपर से क्वार्ट्ज (पत्थर) भर दिए तथा निचले हिस्से में चेंबर बनाकर शराब छिपा दी। ऊपर से देखने पर डंपर पत्थरों से भरा नजर आ रहा है। इसमें राजस्थान निर्मित विभिन्न ब्रांड की बीयर व शराब के 292 कार्टन भरे हुए थे। इनकी अनुमानित बाजार कीमत 15 से 18 लाख रुपए है। एसपी हर्षवर्धन अग्रवाला ने बताया कि डंपर दो दिन से मोरडी में मंदिर के पास खड़ा था। 

मोटागांव थानाधिकारी एसआई रामसिंह पंवार को सूचना मिली कि ट्रक व चालकों की गतिविधियां संदिग्ध हैं। इस पर वे व घाटोल टीम मौके पर पहुंची। डंपर में पत्थर भरे हुए थे। डंपर में सवार दो युवकों के नाम-पते पूछे गए तो एक ने महाराष्ट्र निवासी मनीष पुत्र देवीलाल व दूसरे ने लसाडिया निवासी शंकर पुत्र सोमा मीना बताया। दोनों ने बताया कि डम्पर खराब होने के कारण उन्होंने डम्पर खड़ा कर दिया था। शक होने पर पत्थर हटाने पर पता चला कि पत्थर लकड़ी की प्लाई पर एक के ऊपर एक रखे हुए थे। इन्हें हटाया तो जालीनुमा दरवाजा दिखा। इसे खोलने पर अंदर बंकरनुमा पार्टीशन बना हुआ था। पुलिसकर्मी नीचे उतरे तो अंदर शराब भरी हुई मिली।

चालक ने बड़ौदा में पत्थर उतारने को कहा था

शराब गुजरात के बड़ौदा में सप्लाई होनी थी। डम्पर का नंबर भी गुजरात का था, ताकि कोई उसे रोके नहीं। आरोपी मनीष ने बताया कि उदयपुर के मावली औद्योगिक क्षेत्र के रतन डांगी ने उसे बड़ौदा में पत्थर उतारने को कहा था। आशंका है कि गुजरात में अभी पंचायत चुनाव चल रहे हैं। चुनाव के दौरान शराब की सप्लाई होनी थी। डम्पर में जिस लकड़ी की प्लाई पर पत्थर रखे हुए थे, उस पर बारिश के कारण घास उग आई थी। आशंका है कि लंबे समय से इस डम्पर के जरिए बांसवाड़ा के पालोदा, गढ़ी के रास्ते शराब की तस्करी गुजरात में की जा रही थी। असली शराब तस्करों और गुजरात में शराब की सप्लाई लेने वाले बदमाशों का पता लगाने के साथ ही पुलिस यह भी पता लगा रही है कि तस्करी में बांसवाड़ा की भी कोई मिलीभगत है या नहीं।

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