
नई दिल्ली। भारत और सिंगापुर के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदारी को गति प्रदान करने के उद्देश्य से आज नई दिल्ली में दोनों देशों की तीसरी मंत्रिस्तरीय गोलमेज बैठक (आईएसएमआर) आयोजित की गई। बैठक में दोनों देशों ने व्यापक रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के संकल्प की पुष्टि की।
इस दौरान सरकार और उद्योग जगत के बीच सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया गया। बैठक में भारत की ओर से विदेश मंत्री एस जयशंकर, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, इलेक्ट्रोनिक एवं आईटी मंत्री अश्वनी वैष्णव ने भाग लिया। वहीं सिंगापुर की ओर से उप प्रधानमंत्री गम किन योंग, राष्ट्रीय सुरक्षा एवं गृह मामलों के समन्वयक मंत्री के. शन्मुगम, विदेश मंत्री विवियन बालकृष्णन, डिजिटल विकास एवं सूचना मंत्री जोसेफिन टीओ, श्रम मंत्री डॉ. तन सी लेंग और परिवहन के कार्यवाहक मंत्री जेफ्री सिओ ने भाग लिया।
बैठक के बारे में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि मंत्रियों ने आईएसएमआर के छह स्तंभों - डिजिटलीकरण, कौशल विकास, स्थिरता, स्वास्थ्य सेवा, कनेक्टिविटी और उन्नत विनिर्माण के तहत भारत और सिंगापुर के बीच द्विपक्षीय सहयोग पर चर्चा की। वहीं विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने एक्स पर कहा कि सरकार और उद्योग के बीच तालमेल दोनों देशों के रिश्तों के अगले चरण को खोलने की कुंजी है।
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